शनिवार, 17 सितंबर 2016

बस कंडक्टर...

             
मेरी  गाड़ी का एक्सीडेंट होने की वजह से मुझे  ड्यूटी पर BMTC के  बस  में जाना पड़ रहा था, बस स्टॉप तक मेरी बेटी के स्कूटर से छोड़ने के बाद जब मैं  ITPL लिखें हुए बस में चढ़ा, और कंडक्टर से एक बिग बज़ार जंक्शन का टिकेट देने को कहा।  जहाँ  बिग बज़ार था ही नहीं उस स्टॉप का  नाम बिग बज़ार जंक्शन था।  कुछ समय पहले सुनसान रहने वाला एरिया आज बंगलोर का आई टी हब था।  इसी जगह पर कुछ महीने पहले बिग बज़ार हुआ करता था। इस लिए इस जगह का नाम बिग बज़ार जंक्शन  था। हमारी कंपनी तो सालों  से मौजूद थी लेकिन जंक्शन नाम नहीं बन सकी।


  कंडक्टर ने टिकेट  देने के बाद कहा  "लगता हैं  आपकी कार  रेपिरिंग में हैं"?
 मेरे मन यह सवाल आ रहा था इस लिये पूछ ही लिया "हाँ, आपको कैसे पता"? 
"सर मैं आपके कंपनी में काम कर चुका हूँ"  उसने कहा।
"एक बार मैं आपको आपकी कार ड्राइविंग करते हुए होटल ताज वेस्ट एन्ड ले कर गया था उस रात एक प्रोग्राम अटेंड करना था और आपके साथ दूसरे एक सर थे।" उसने कहा। 
"कितने साल पहले की बात हैं?" मैंने पूछा। 
"तक़रीबन आठ साल पहले की बात हैं, मुझे कंडक्टर बने सात साल हो गए हैं।"  उसने कहा। 

               मुझे सब कुछ स्मरण होने लगा उतने में मेरा स्टॉप आ गया और मैं फिर मिलेंगे बोलकर बस स्टॉप पे उतर गया। हम आपने से बड़े यानी  फेमस  लोगों को याँद  रखते हैं लेकिन वही बड़े लोग हमें याँद नहीं रखते।  वक्त वक्त की बात हैं।                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                                    

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