गुजरात के मोबाइल में टेम्पल रन गेम डाउनलोड करना था। इस लिए हमें लोकशाही के प्ले स्टोर में जा के डाउनलोड किया।
टेम्पल रन जो गेम हैं वो रागा और नमो के बिच में था। लेकिन नमो इसमें शामिल नहीं हैं। जो भी ज्यादा टेम्पल रन करेगा उसे ज्यादा पॉइंट्स यानि वोट मिलने वाले हैं, ऐसी रागा की सोच हैं।
जब चुनाव आयोग ने टेम्पल रन का बटन दबाया तो रागा ने रन करते करते इन मंदिरों से गुजर रहा था। टेम्पल रन की शुरुआत की। रन... रन... द्वारकाधीश मंदिर, ... रन... रन... कागवाड में खोडलधाम, रन...रन ... विरपुर के जलाराम मंदिर, रन...रन ...चोटिला टेंपल रन...रन ... राजकोट में दासी जीवन टेंपल भी पार करते हुए पहला पड़ाव पार कर गए। अब दूसरे पड़ाव का खेल में रन...रन ... नादियाड के शांताराम मंदिर, रन...रन ...खेड़ा के रणछोड़ राय मंदिर रन...रन ... भाठीजी महाराज मंदिर, रन...रन ... पावगढ़ में महाकाली माता मंदिर पार कर गए।
तीसरे पड़ाव के खेल में उन्होंने दक्षिण गुजरात को पार करते करते रहें। रन...रन ...नवसारी मेंरन..रन...रन ..रन ... उनई माता मंदिर गए। टेम्पल रन में दौड़ते दौड़ते गांधीनगर में अक्षरधाम मंदिर रन...रन ...मेहसाणा में बहुचराजी मंदिर,रन...रन ...वलीनाथ मंदिर, रन...रन ...वीर मेघमाया मंदिर रन...रन ... खोडियार मंदिर में भी से होते हुए रन कर रहें हैं।
अब इस टेम्पल रन में कभी "विकास" पीछे पड़ जाता हैं तो कभी हिंदू वोटों का राक्षस। अब आप ही जरा सोचियें क्या "विकास" पागल हो गया है? जी नहीं "विकास" पागल नहीं हुआ हैं। क्यों की "विकास "कैसा हैं यह पलट कर देख नहीं सकते, उन्हें तो सिर्फ रन...रन ... करना हैं। पीछे मुड़कर देखने का वक्त ही कहाँ है ? अगर देखे तो "विकास" रनर को निगल जाएगा और टेम्पल रन गेम का समापन होगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें