पहले वन डे में ऑस्ट्रेलिया का स्कोर १८८ रन पे आल आउट होने के बाद इंडिया ने हारते हारते १९१/५ से मैच जीत लिया था। दूसरे वन डे में भारत ने अपने हथियार दाल दिए। २६ वोहरों में केवल ११७ रन बनाकर आउट हो गयी। अब ऑस्ट्रेलिया के सामने ११८ रन का लक्ष रखा। केवल ११ वोहरों में १२१ रनो की पारी बिना कोई विकेट गवाएं जीत गयी।
गुरुवार, 23 मार्च 2023
ऐसे जीतोगे "वर्ल्ड कप "?
पहले वन डे में ऑस्ट्रेलिया का स्कोर १८८ रन पे आल आउट होने के बाद इंडिया ने हारते हारते १९१/५ से मैच जीत लिया था। दूसरे वन डे में भारत ने अपने हथियार दाल दिए। २६ वोहरों में केवल ११७ रन बनाकर आउट हो गयी। अब ऑस्ट्रेलिया के सामने ११८ रन का लक्ष रखा। केवल ११ वोहरों में १२१ रनो की पारी बिना कोई विकेट गवाएं जीत गयी।
शनिवार, 18 मार्च 2023
"ACCESS DENIED"
दो दिन के अंतराल के बाद आज काम का दिन था। वर्क फ्रॉम होम ही चल रहा था। इस महीने की सैलरी आने के बाद घर और कार के लोन की किश्ते चुकानी थी। उसके साथ साथ क्रेडिट कार्ड का बिल भी। जब मैं शुक्रवार को दोस्तों के साथ होटल में पार्टी रखी थी, नई कार लेने की ख़ुशी में। जो की बैंक जमा राशि में से लाख रूपये का डाउन पेमेंट देकर ली थी। मेरी इस ख़ुशी में बच्चे और बीवी शामिल नहीं थे। बच्चों को छुट्टिया चल रही थी इस लिए वो अपने मायके गयी थी। यह सोचते सोचते मैंने जब लैपटॉप खोला तो ACCESS DENIED मैसेज आया। मैंने आपने टेक्निकल टीम को फ़ोन मिलाने की लगा फिर मेरा फ़ोन कोइ उठया नहीं। फिर मैंने HR को फ़ोन किया उसने कहा आप ऑफिस आ जाइये और आते समय आपका लैपटॉप ले कर आना।
एक बड़े टेक्नीकल पार्क जहाँ एक से बड़े एक इमारते जहाँ हजारों लोग काम करते थे। मैंने मेरे बिल्डिंग के बेसमेंट में कार पार्क की। और हमेशा की तरह लिफ्ट के पास आके खड़ा हो गया। जब मैं लिफ्ट को एक्सेस करने की कोशिश की तो वहां पर भी ACCESS DENIED मैसेज आया। फिर मैंने जिस रास्ते से कार बेसमेंट लाया था, उसी रास्ते से ऑफिस के रिसेप्सशन में गया। मैंने फिर से HR को फ़ोन मिलाया। थोड़ी देर बाद HR मेरे पास आकर बोला। आपको जॉब से निकाल दिया गया हैं। आपका सेटलमेंट आपके बैंक अकाउंट में जमा होगा। और डिटेल्स आपके पर्सनल मेल में। अगर आप लैपटॉप और फ़ोन आपके पास रखना चाहते हैं तो बता दीजियेगा। उसका अमाउंट आपके सेटलमेंट में से डिडक्ट होगा।
मैंने लैपटॉप और मोबाइल HR को हैंड ओवर कर उसी रास्ते से कार की ओर चल पड़ा। और सोच रहा था की नया जॉब ढूंढना हैं। ऑफिस के बाहर आते आते रस्ते जो चाय की दुकान, पान की टपरी सब वैसे ही चल रहा था। जैसे कुछ भी हुआ ही नहीं। सिर्फ मेरी दुनिया बदल गयी थी, बाकी लोग तो मजे में जी रहे थे।